मानव संसाधन विकास मंत्रालय के पंडित मदनमोहन मालवीय राष्ट्रीय शिक्षक एवं शिक्षण मिशन तथा गुरु अंगद देव शिक्षण अध्ययन केंद्र, श्री गुरु तेग बहादुर खालसा कॉलेज (दिल्ली विश्वविद्यालय) के संयुक्त तत्त्वावधान में मैत्रेयी महाविद्यालय (दिल्ली विश्वविद्यालय) के द्वारा सात दिवसीय राष्ट्रीय संकाय संवर्धन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का विषय ‘डिजिटल पेडागोजी टू अन्हांस टीचिंग एंड लर्निंग एक्सपीरियंस था। 15 दिसंबर, 2020 से शुरू हुए इस सात दिवसीय राष्ट्रीय ‘संकाय संवर्धन कार्यक्रम का 21 दिसम्बर, 2020 को सफल समापन हो गया।
समापन सत्र में ‘मैत्रेयी महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. हरित्मा चोपड़ा ने सभी अतिथियों का स्वागत किया और वर्तमान पस्थितियों में इस कार्यक्रम की उपयोगिता को रेखांकित किया। इस विशेष अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, शिमला के कुलपति प्रो. निष्ठा जसवाल, टीएलसी खालसा कॉलेज की प्रोजेक्ट हेड डॉ विमल रार, श्री गुरु तेग बहादुर खालसा कॉलेज के प्राचार्य डॉ. जसविंदर सिंह तथा मैत्रेयी महाविद्यालय की शासकीय निकाय की सदस्या प्रो. अमरजीत कौर को आमंत्रित किया गया था। डॉ. जसविंदर सिंह ने मैत्रेयी महाविद्यालय के कैंपस और महाविद्यालय द्वारा आयोजित कार्यक्रम की भूरिशः प्रशंसा की। प्रो. निष्ठा जायसवाल ने इस आयोजन को सफल बताया और कहा कि यह काम बहुत ही ईमानदारी से किया गया है। उन्होंने उपनिषद् के मन्त्र और विवेकानंद को उद्धृत करते हुए प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन किया। प्रो. निष्ठा जायसवाल ने अपने संबोधन में कहा कि शिक्षकों को नई तकनीकी को सीख कर अपने आप को और मजबूत बनाने की जरूरत है। कार्यक्रम में उपस्थित डॉ. विमल रार ने शिक्षकों को गुरु अंगददेव टीएलसी से जुड़ने और भविष्य में और अधिक संकाय संवर्धन कार्यक्रम आयोजित करने के लिए प्रोत्साहित किया।
कार्यक्रम के प्रारम्भ में संयोजिका डॉ. सरोज रानी ने सभी अतिथियों, रिसोर्स पर्सन और प्रतिभागियों का स्वरचित कविता पाठ से स्वागत किया। सह संयोजिका डॉ. ज्योत्स्ना तलरेजा वासन ने प्रतिभागियों के फीडबैक का विवरण बहुत व्यवस्थित ढंग से पीपीटी के माध्यम से प्रस्तुत किया। कार्यक्रम के अन्त में सह संयोजिका डॉ. सोनल बब्बर ने धन्यवाद ज्ञापित किया गया। गौरतलब है कि ज़ूम प्लेटफ़ॉर्म पर आयोजित इस ऑनलाइन संकाय संवर्धन कार्यक्रम में लगभग 175 शिक्षक प्रतिभागियों ने भाग लिया। मैत्रेयी महाविद्यालय द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम द्वारा सभी शिक्षकों को एक होकर भारत को समृद्ध बनाने और अपने नूतन ज्ञान से महान बनाने का सन्देश दिया गया।
4 comments
Kenny Perry
March 15, 2017 at 11:33 am
Can\’t wait to go there for a visit!
Stoffel Jansen
March 15, 2017 at 11:43 am
Wasn\’t it open in April in previous year?
Mike Phillips
March 15, 2017 at 11:34 am
Miamy always had one of the greatest museums to visit.
Joanna Taylor
March 15, 2017 at 11:46 am
I need to give it a visit, but Utah is really far away from Miami.